बस यादे ही शेष है दो सितंबर की रात
02 सितंबर 1994 की वह काली रात फादर लौरेंस कुजूर, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार की हत्या कर दी गई
पालकोट. पालकोट प्रखण्ड के करौंदाबेड़ा में दो सितम्बर को शहीद के नाम पर मेला आयोजित किया जाता है पालकोट ब्लॉक के करौंदाबेड़ा चर्च में 02 सितंबर 1994 ईस्वी को फादर लौरेंस कुजूर, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार शहीद हुए थे. 02 सितंबर की घटना छोटानागपुर के इतिहास में दर्ज है. आज भी उस घटना को याद कर ईसाई मिशनरी सिहर जाते हैं. घर छोड़ मानव सेवा के लिए समर्पित दो पुरोहित व एक ब्रदर की निर्मम हत्या कर दी गयी थी.
फादर लौरेंस कुजूर, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार जो करौंदाबेड़ा पल्ली में रहकर दीन दुखियों की सेवा में लगे हुए थे. दो सितंबर की अर्धरात्रि को असामाजिक तत्वों ने इनकी निर्मम हत्या कर दी थी. उस घटना के 29 वर्ष गुजर गये. लेकिन आज भी सभी के दिलोंदिमाग में दो सितंबर की घटना ताजा है.
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी करौंदाबेड़ा में शहीद मेला सह श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया. मेला में लगभग 50 हजार ईसाई मिशनरियों ने शिरकत की हैं,और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
https://youtu.be/dq3U43WwNHs?si=iVPgBJ2n2OcsUf6n
आलोक कुमार
Stanley Denis Sah
जवाब देंहटाएंI have visited this place and the rooms where these fathers and brother were killed. Still this place is in my memory. Very sad...